मिर्ज़ापुर/उत्तर प्रदेश: हमारे समाज में कुछ लोग ऐसे होते हैं जिनकी ज़िंदगी न सिर्फ खुद के लिए बल्कि समाज के लिए भी एक प्रेरणा बन जाती है। ऐसी ही एक प्रेरणादायक शख्सियत हैं श्रीमती फरीदा खान, जिनकी पूरी ज़िंदगी संघर्ष और समर्पण की कहानी है। उन्होंने अपनी शारीरिक विकलांगता को कभी अपनी कमजोरी नहीं बनने दिया और समाज के प्रति अपनी जिम्मेदारी निभाने में कोई कसर नहीं छोड़ी। श्रीमती फरीदा खान को उनके असाधारण सामाजिक कार्यों के लिए 2024 का इंटरनेशनल अचीवर्स अवार्ड प्राप्त हुआ है। यह सम्मान उन्हें ग्यान उदय फाउंडेशन द्वारा 6 दिसंबर 2024 को प्रदान किया गया।
फरीदा खान का जीवन यह साबित करता है कि अगर इरादा मजबूत हो तो कोई भी कठिनाई रुकावट नहीं बन सकती।फरीदा खान उत्तर प्रदेश के मीरजापुर जिले की निवासी हैं और शारीरिक रूप से विकलांग होते हुए भी उन्होंने कभी अपनी स्थिति को अपनी सामाजिक सेवाओं में बाधा नहीं बनने दिया। उनके पास एक मजबूत इरादा और अपार साहस है, जिसके चलते उन्होंने गरीबों की मदद की, शिक्षा का प्रचार किया और समाज के अन्य वर्गों के लिए कई महत्वपूर्ण कार्य किए। उनके द्वारा किए गए कार्यों ने न सिर्फ विकलांग लोगों की मदद की, बल्कि समाज के हर वर्ग को उनके अधिकार दिलाने में मदद की।
फरीदा खान ने अपनी ज़िंदगी का अधिकांश समय समाज में सुधार लाने, गरीबों को उनके अधिकार दिलाने, और शिक्षा के प्रचार में लगाया। उनके कार्यों ने साबित कर दिया कि अगर दिल में दृढ़ निश्चय हो तो कोई भी चुनौती हमें रोक नहीं सकती। उनके इस संघर्ष और समर्पण ने न केवल उनकी, बल्कि उन सभी लोगों की ज़िंदगी में बदलाव लाया जिनके साथ वे जुड़ी थीं। फरीदा खान की सबसे बड़ी विशेषता यह है कि उन्होंने अपनी विकलांगता को कभी भी अपनी कमजोरी नहीं बनने दिया। उन्होंने शारीरिक स्थिति को चुनौती के रूप में लिया और इसे एक प्रेरणा बना दिया। उनकी मानसिक शक्ति और समाज के प्रति जिम्मेदारी ने न सिर्फ उन्हें प्रेरित किया, बल्कि अन्य लोगों को भी यह सिखाया कि यदि इरादा मजबूत हो, तो कोई भी परिस्थिति हमारी मेहनत में रुकावट नहीं डाल सकती।
फरीदा खान ने साबित कर दिया कि विकलांगता कोई कमजोरी नहीं होती, बल्कि एक शक्ति बन सकती है, जो हमारे प्रयासों और समर्पण से और मजबूत हो सकती है। उनके द्वारा किए गए कार्यों ने समाज में कई बदलाव लाए हैं, और उनका जीवन यह दर्शाता है कि अगर हमारी मेहनत और काम करने की इच्छा मजबूत हो, तो हम किसी भी मुश्किल को पार कर सकते हैं। फरीदा खान ने हमेशा यह सिद्ध किया कि विकलांगता कोई रुकावट नहीं है। उन्होंने समाज के लिए काम करने का अपने जीवन का उद्देश्य बनाया और समाज सेवा में अपना पूरा योगदान दिया। उनके कामों ने समाज के सबसे कमजोर वर्गों के लिए रास्ते खोले हैं और उन्हें उनके अधिकार दिलवाए हैं।
फरीदा खान की ज़िंदगी एक सशक्त उदाहरण है कि कैसे किसी भी कठिनाई को पार करके समाज के लिए काम किया जा सकता है। उनका जीवन हमें यह सिखाता है कि हमें कभी हार नहीं माननी चाहिए, यदि हमारा उद्देश्य साफ हो और हमारा दिल मजबूत हो। फरीदा खान को 2024 का इंटरनेशनल अचीवर्स अवार्ड मिलना उनकी कड़ी मेहनत और समर्पण का परिणाम है, और यह पुरस्कार उन सभी को प्रेरित करता है जो समाज के लिए कुछ अच्छा करना चाहते हैं।